Top 7 Best Moral Stories In Hindi Short Stories |
Top Best moral stories in hindi short हेल्लो दोस्तों हमरी वेबसाइट में आपका स्वागत है | अगर आपको moral stories पढना पसंद है in Hindi तो ये पोस्ट आपके लिए ही है | इस पोस्ट में आपको Best moral stories In Hindi Short Stories मिलेगी, पोस्ट को पूरा पढना आशा करता हूँ की आपको सभी moral stories पसंद आएगी और आपको इन कहानियों से कुछ शिक्षा जरुर मिलेगी तो चलिए शुरु करते है |
Top 7 Best Moral Stories In Hindi Short Stories
1. Moral सत्य का फल Stories In Hindi Short
Moral Stories In Hindi Short
राजा भानु प्रताप जोकि विकास नगर के राजा थे | एक बार उनके मन में एक बात आई | वह जानना चाहते थे कि जो व्यक्ति किसी न किसी अपराध के कारण दंडित किए जाते हैं तो क्या उनमें कोई पश्चाताप की भावना आती है या नहीं |
दूसरे दिन वह राजा अचानक अपने राज्य के बंदी गृह में पहुंच गया और सभी कैदियों से उनके द्वारा किए गए अपराध के बारे में पूछने लगा कि किस कारण से उन्होंने अपराध किया और यहां बंदी ग्रह में कैद हैं |
एक कैदी ने कहा :- राजन! मैंने कोई अपराध नहीं किया है | मैं निर्दोष हूँ |
दूसरा कैदी बोला :- महाराज! मुझे फंसाया गया है | मैं भी निर्दोष हूँ |
इसी तरह सभी बंदी अपने आप को निर्दोष साबित करने लग गये | फिर राजा ने अचानक देखा कि एक व्यक्ति सिर नीचे किए हुए आंसू बहा रहा था | राजा ने उसके पास जाकर पूछा कि तुम क्यों रो रहे हो ?
उस व्यक्ति ने बड़ी विनम्रता से कहा :- हे राजन! मैंने गरीबी से तंग आकर चोरी की थी | मुझे आपके न्याय पर कोई शक नहीं है | मैंने अपराध किया था, जिसका मुझे दंड मिला है |
राजा ने सोचा कि दंड का विधान सभी के अंदर प्रायश्चित की भावना को पैदा नहीं करता है | लेकिन उन सभी कैदियों में से एक यही ऐसा व्यक्ति है | जो अपनी गलती का प्रायश्चित कर रहा है |
Moral Stories In Hindi Short
यदि इस इन्सान को दंड से मुक्त किया जाए तो यह अपने अंदर सुधार ला सकता है | इसलिए राजा ने उसे मुक्त कर दिया |
Moral Stories In Hindi Short
यदि इस इन्सान को दंड से मुक्त किया जाए तो यह अपने अंदर सुधार ला सकता है | इसलिए राजा ने उसे मुक्त कर दिया |
सीख :- हमेशा सत्य का साथ देना चाहिए और सच बोलना चाहिए |
2. बेवकूफ गधा ( Moral Stories In Hindi Short )
विकास जिस ऑफिस में काम करता था उसमें ऐसे लोग भी थे जो विकास के अच्छे काम से बहुत चिढ़ते थे | एक दिन जब विकास खाना खा रहा था | तो उसे अपने पीछे वाली टेबल से कुछ फुसफुसाहट की आवाज सुनाई दी | टेबल के बीच में लकड़ी की एक दीवार थी |
Moral Stories In Hindi Short
विकास कान लगाकर सुनने लगा | उसने सुना कि उसके ऑफिस के 2 लोग प्रमोशन के बारे में कुछ बात कर रहे है | उसमें से एक ने कहा इस बार वह चाहे जो भी कर ले उसे प्रमोशन नहीं लेने दूंगा |
दूसरा बोला लेकिन ऐसा क्यों ? इस पर पहला बोला, बॉस ने कहा है कि वह अगले महीने तक विकास को कोई ना कोई बहाना बनाकर बाहर निकाल देंगे |
अब विकास जल्दी-जल्दी खाना खा कर अपना काम करने लगा एक हफ्ता बीत गया | एक दिन बॉस ने विकास को अपने कमरे में बुलाया और उससे पूछा "विकास, आजकल तुम्हारे काम की speed कुछ कम हो गई है ऐसा क्यों है ? क्या कोई खास बात है ? "
विकास को लगा कि अपने बारे में जो कुछ मैंने सुना था वह बात अब सच होने जा रही है | विकास बोला, सर, मुझे पता है कि आप मुझे कंपनी से निकालना चाहते हैं |
विकास की इस बात को सुनकर बहुत परेशान हो गए और उन्होंने पूछा, यह बात तुम्हारे दिमाग में किसने डाली कि कंपनी तुमको निकालना चाहती है | विकास ने पूरी घटना अपने बॉस को सुनाई | बॉस बोले, आज तुम्हें एक कहानी सुनाता हूँ |
Moral Stories In Hindi Short
जंगल में एक गधा रहता था और वह शेर का बहुत अच्छा मित्र था | शेर हर रोज एक जानवर को खा जाता था | लेकिन गधा उसका दोस्त था इसलिए शेर उसकी तरफ कभी भी नहीं देखता था |
लोमड़ी को यह बात हजम नहीं होती थी | एक दिन जब गधा एक पेड़ के नीचे आराम कर रहा था तो लोमड़ी और खरगोश पेड़ के पीछे जाकर बात करने लगे |
अब गधे से रहा नहीं गया| गधा उनकी बातें सुनने लगा | लोमड़ी बोली, पता है, गधा अभी तक कुंवारा क्यों हैं ?
क्योंकि जो भी गधी जंगल में आती है शेर उसे खा जाता है |
गधे को इस बात से बड़ी ठेस पहुंची | लोमड़ी की वजह से गधे और शेर के बीच में दरार आ गई थी | एक दिन जब शेर अपने शिकार पर निकला तो गधा उसके पास जाकर बैठ गया और बोला मैं तुम्हें शिकार नहीं करने दूंगा |शेर ने उसे बहुत समझाया लेकिन गधा नहीं समझा | आखिरकार बेचारा गधा शेर का शिकार बन गया |
बॉस हंसते हुए बोले, देखो विकास, लोमड़ी हर जगह मिलेगी, जो तुम्हारे काम को, तुम्हारे रिश्ते को खराब करने की कोशिश करेगी | यह तुम्हें तय करना है कि तुम क्या करोगे |
सीख:- किसी की बात पर आंख मूंदकर भरोसा नहीं करना चाहिए | पहले उसे परखना जरूरी है |
Moral Stories In Hindi Short
3. कौवा और अबाबील Moral Stories In Hindi For Class 9
एक बार एक अबाबील और कौए के बीच उनके पंखों की सुंदरता को लेकर बहस हो गई | अबाबील ने कौवे से घमंड से कहा कि मेरे चमकदार पंखों को देखो | यह कितने खूबसूरत हैं | और जरा अपने काले, बेढंगे पंखों को देखो | यह कितने बुरे पंख हैं | मेरे लिए जीवन में खूबसूरती ही सब कुछ है |
Moral Stories In Hindi Short
यह सुनकर कौआ मुस्कुराया और उसने अबाबील से कहा, “तुम खूबसूरत हो सकते हो, लेकिन तुम्हारी खूबसूरती केवल बसंत ऋतु में ही रहती है | तुम तो गर्मी बर्दाश्त ही नहीं कर पाते हो | जबकि मुझे देखो, मेरे पंख मुझे ठंड और गर्मी दोनों से बचाते हैं |”
Moral Stories In Hindi Short
यह सुनकर कौआ मुस्कुराया और उसने अबाबील से कहा, “तुम खूबसूरत हो सकते हो, लेकिन तुम्हारी खूबसूरती केवल बसंत ऋतु में ही रहती है | तुम तो गर्मी बर्दाश्त ही नहीं कर पाते हो | जबकि मुझे देखो, मेरे पंख मुझे ठंड और गर्मी दोनों से बचाते हैं |”
सीख:- सुख के साथी, सच्चे साथी नहीं होते हैं |
Moral Stories In Hindi Short
4. भेड़िया और गधा
एक बार एक गधा घास के मैदान में घास चर रहा था | तभी उसने एक भेड़िए को अपनी तरफ आते हुए देखा | गधे ने तुरंत ही लंगड़ा होने का नाटक किया | भेड़िए ने गधे से उसके लंगड़ेपन का कारण पूछा | गधे ने बताया कि वह एक झाड़ी से होकर गुजर रहा था तो उसके पैर में एक कांटा चुभ गया | अब गधे ने भेड़िए से कांटा निकालने का अनुरोध किया | उसे खा जाने वाले भेड़िए ने गधे के अनुरोध को स्वीकार कर लिया |
Moral Stories In Hindi Short
क्योंकि उसे लगा कि गधा तो अब कहीं भाग कर नहीं जा सकता है | गधे ने अपनी टांग उठाई और भेड़िया सावधानीपूर्वक झुककर कांटे को देखने लगा | लेकिन तभी गधे ने भेड़िए के मुंह पर दुलत्ती मारी और कहा, " तुम कसाई हो, कोई डॉक्टर नहीं!"
भेड़िया मुंह की चोट खाकर धूल चाटने लगा और गधे ने सरपट दौड़ लगाकर अपनी जान बचाई |
सीख:- जब मुसीबत अपने पर आती है तो अपनी बुद्धि से ही काम लेना चाहिए |
Moral Stories In Hindi Short
5. एक गरीब किसान की कहानी
एक गांव में एक किसान रहता था | वह एक कुआं खोदना चाहता था | एक दिन उसने कुआं खोदना शुरू किया | कुछ फीट तक खुदाई करने पर भी जब उसे पानी नहीं दिखाई दिया तो वह निराश हो गया | फिर उसने दूसरी जगह खुदाई की किंतु पानी कहीं पर भी नहीं निकला |
इस तरह 6-7 जगहों पर उसने खुदाई की, लेकिन उसे पानी नसीब नहीं हुआ | फिर वह बहुत दुखी और निराश होकर घर वापिस चला गया |
Moral Stories In Hindi Short
अगले दिन उसने सारी बात एक बुजुर्ग व्यक्ति को बताई | उस व्यक्ति ने उसे समझाते हुए कहा, “तुमने पांच अलग-अलग जगहों पर 6-7 फुट के गड्ढे खोदे लेकिन फिर भी तुम्हें कुछ हाथ नहीं लगा | यदि तुम अलग-अलग जगह पर खुदाई न करके एक ही स्थान पर इतना खोदते, तो तुम्हें पानी अवश्य मिल जाता | तुमने धैर्य से काम नहीं लिया और थोड़ा-थोड़ा खोदकर अपना निर्णय बदल लिया | आज तुम एकाग्रता से एक ही स्थान पर गड्ढा खोदो और जब तक पानी दिखाई नहीं दे तब तक खोदना जारी रखना | तुम्हें सफलता जरूर मिलेगी |”
उस दिन किसान ने निश्चय करते हुए एक बार फिर खुदाई शुरू कर दी | लगभग 25-30 फुट की खुदाई हो जाने पर खेत से पानी निकल आया | यह देखकर किसान बहुत खुश हुआ और मन ही मन उस व्यक्ति का धन्यवाद करने लगा |
सीख:- यदि किसी कार्य को पुरे मन के साथ किया जाए तो उसमें एक दिन सफलता जरूर मिलती है |
Moral Stories In Hindi Short
6. जैसे को तैसा
एक बार तेनालीराम का कुत्ता बीमार पड़ गया और बीमारी के कारण एक दिन चल बसा | कुत्ते के मर जाने के बाद तेनालीराम स्वयं बीमार पड़ गया | उसे बहुत तेज बुखार ने घेर लिया |
Moral Stories In Hindi Short
एक पंडित जी उसके घर पर आकर बोले, ” तुम्हें अपने पाप का प्रायश्चित करना चाहिए, हो सकता है तुम्हारे पापों की वजह से तुम्हें इस रोग से छुटकारा ना मिल पाये |"
तेनालीराम ने पूछा:- मुझे क्या करना होगा ?
तेनालीराम ने पूछा:- मुझे क्या करना होगा ?
पंडित जी ने उत्तर दिया:- तुम्हारे लिए पूजा पाठ करना पड़ेगा और इसमें तुम्हें 100 स्वर्ण मुद्राएं खर्च करनी पड़ेगी |
तेनालीराम बोला:- लेकिन पंडित जी इतनी सारी स्वर्ण मुद्राएं मैं कहां से ले कर आऊंगा ?
पंडित जी बोले:- तुम्हारे पास जो घोड़ा है उसे बेच कर जो रकम तुम्हें मिलेगी वह मुझे दान में दे देना |
तेनालीराम ने पंडित जी की बात स्वीकार कर ली | पंडित जी ने पूजा पाठ करके तेनालीराम को शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की | कुछ ही दिनों में तेनालीराम वैध जी की दवाइयों से ठीक हो गया |
तेनालीराम पंडित जी को साथ लेकर बाजार में गया | उसने एक हाथ से घोड़े की लगाम पकड़ रखी थी और दूसरे हाथ से एक टोकरी |
बाजार में पहुंचकर तेनालीराम ने जोर से आवाज लगाई:- यह घोड़ा बिकाऊ है | घोड़े का मूल्य एक आना है तथा इसके साथ एक टोकरी भी है, जिसका मूल्य 100 स्वर्ण मुद्राएं है | जो सज्जन लेना चाहे उसे घोड़ा एवं टोकरी दोनों ही लेनी पड़ेगी |
एक व्यक्ति ने दोनों चीजें खरीद ली तथा तेनालीराम को एक आना एवं 100 स्वर्ण मुद्राएं देकर घोड़ा एवं टोकरी को खरीद लिया | तेनालीराम ने पंडित जी को एक आना दे दिया तथा 100 स्वर्ण मुद्राएं खुद ने रख ली |
पंडित जी ने कहा:- तेनालीराम! तुम मेरे साथ अन्याय कर रहे हो | तुम मुझे 100 स्वर्ण मुद्राएं देने की बजाय 1 आना दे रहे हो |
तेनालीराम बोला:- पंडित जी! आपने ही कहा था कि जो तुम्हारे पास घोड़ा है, उसे बेच कर जो रकम मिलेगी वह मुझे दान में दे देना | घोड़े की कीमत एक आना थी और टोकरी की कीमत 100 स्वर्ण मुद्राएं |
तेनालीराम की यह बात सुनकर पंडित जी को अपनी बात पर बड़ा ही अफसोस हुआ और वह एक आना लेकर वहा से चले गये |
सीख:- जैसे को तैसा ही उचित रहता है |
Moral Stories In Hindi Short
7. नाम में क्या रखा है ?
एक बार एक संत अपनी कुटिया में विश्राम कर रहे थे | तभी उनका एक शिष्य रामचंद्र गुस्से से भरा हुआ आया और बोला, गुरुदेव, लोग बड़े निर्लज्ज हो गए है | अब देखिए ना, आपकी कुटिया के सामने एक व्यक्ति ने बाल काटने की दुकान खोली है और उसकी मूर्खता देखिए | दुकान का नाम रखा है ‘गुरुदेव सैलून’ |
उसे फौरन बुलाकर नाम बदलने के लिए कहें | नहीं तो मैं उसकी दुकान में आग लगा दूंगा |
संत ने हंसकर कहा, तुम बेकार में ही विरोध कर रहे हो | हनुमान जी ने लंका इसलिए जलाई थी क्योंकि रावण ने सीता माता का हरण किया था | उनके पास उचित कारण था | लेकिन क्या इस सैलून वाले ने ऐसा किया है जो तुम उसकी दुकान जलाने की सोच रहे हो |
वह जो कर रहा है मुझे उसमें कोई बुराई नजर नहीं आती है | वह अपने परिवार का पालन-पोषण करने के लिए काम कर रहा है | वह उसकी कर्म स्थली है और कर्म स्थली सदैव मंदिर के समान होती है | क्या तुम मंदिर को जलाओगे | तुम्हें दुकान के नाम पर आपत्ति क्यों है |
तुम्हारे पिता ने तुम्हारा नाम ‘रामचंद्र’ रखा | मगर प्रभु राम को तो तुम्हारे नाम से कोई आपत्ति नहीं है | रामचंद्र को गुरुदेव की बात समझ में आ गई और उसने गुरुदेव से क्षमा मांगी |
गुरुदेव ने कहा:- कोई भी काम न तो छोटा होता है और ना ही बड़ा होता है | कर्तव्य पालन के लिए किए जा रहे किसी भी काम को नीची नजर से नहीं देखना चाहिए |
Conclusion
दोस्तों इस पोस्ट में आपने Top Best Moral Stories In Hindi Short को पढ़ा है और आशा यही करता हूँ की आपको ये सभी Short Stories काफी पसंद आई होगी | और कुछ शिक्षा भी मिली होगी |
Moral Stories In Hindi Short
तो दोस्तों ये थी कुछ Best Moral Stories In Hindi Short अगर आपको ये पसंद आई है तो कमेंट कर के जरुर बतये ताकि हमे भी कुछ मोटिवेशन मिले और आपके लिए और अच्छी अच्छी Moral Stories लिखे वो भी In Hindi आपकी अपनी भाषा में |
दोस्तों इसको सोशल मीडिया पर जरुर शेयर करे | जिसको Moral Stories पढना पसंद है In Hindi | मिलते है दोस्तों एक नये पोस्ट में तब तक के लिए BY BY...💗💗 Have Nice Day
2 Comments
Very nice post, aapne bhut aacha likha hai ,keep it up
ReplyDeleteThnkuu so much
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Thank You For Visiting.